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बलात्कार पर इनके बोल क्या किसी बलात्कार से कम हैं

मेरे विचार
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एक तरफ देश भर में हाल ही में दिल्ली में एक मेडिकल स्टूडेंट के साथ हुए गैंगरेप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है, तो वहीं दूसरी ओर इन सबसे बेपरवाह और बेखौफ बलात्कारी अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। नतीजन हर दिन देश के किसी न किसी हिस्से से रेप की खबरों के आने का सिलसिला जारी है।ताजा घटना इंदौर की है, जहां किराये का मकान दिखाने के बहाने एक 45 वर्षीय तलाकशुदा महिला के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को धर दबोचा। इधर दिल्ली के वसंत विहार में लड़की के साथ गैंग रेप का मामला थमा भी नहीं था कि साउथ-ईस्ट दिल्ली के कालकाजी इलाके में जयपुर की रहने वाली एक महिला कारोबारी के साथ गैंग रेप का नया मामला सामने आया है।जानकारी के अनुसार, गैंग रेप पीडित 42 वर्षीय महिला जयपुर में गारमेंट का कारोबार करती हैं।
एक अन्य घटना में पुरबिया एक्सप्रेस में एमबीए छात्रा के साथ रेप की कोशिश करने वाले टीटीई को गिरफ्तार किया गया है । दिल्ली की दरिंदगी के बीच हुए इस कांड का हड़कंप गोरखपुर तक मचा हुआ है।टीटीई ने टिकट चेकिंग के बहाने छात्राओं से छेड़छाड़ की, लेकिन छात्राओं ने इस पर ध्यान नहीं दिया। रात करीब एक बजे जब ट्रेन मुरादाबाद के पास पहुंची तो टीटीई शैलेंद्र कुमार निगम फिर छात्राओं के पास पहुंचा और अभद्रता करने लगा।
उसने छात्रा का हाथ पकड़ लिया और खींचकर दरवाजे की ओर ले जाने लगा। ट्रेन में सन्नाटा खिंचा हुआ था, किसी तरह उसकी सहेलियों ने उसे बचाया। ट्रेन जब बरेली पहुंची तो कोच में रेलवे के ही एक अफसर का परिवार चढ़ा। डरी हुई लड़कियों को किसी तरह संभालते हुए रेलवे अधिकारी ने घरवालों तक पहुंचाया। छात्रा के पिता ने मंगलवार को फैक्स भेजकर कंट्रोल रूम को सूचना दी तो हड़कंप मचा।
बलात्कार की घटनाओं को लेकर देश भर में उबाल है। इस घटना को लेकर दिल्ली तक में हड़कंप मचा हुआ है। महाप्रबंधक ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने उत्तर रेलवे के सभी वरिष्ठ मंडल रेल प्रबंधकों से जवाब तलब किया है। जीएम ने संदिग्ध कर्मचारियों के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही शराब पीकर चलने वाले चेकिंग स्टाफ की पहचान करने के भी निर्देश दिए हैं। इन लोगों को रेलवे की छवि के लिए घातक बताते हुए चेकिंग ड्यूटी से हटाने को भी कहा है।
उधर आये दिन बलात्कार की घटनाओं पर बेतुकी बयानबाजी भी निहायत ही शर्मनाक है।राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे और जंगीपुर से कांग्रेस के सांसद अभिजीत मुखर्जी ने गैंग रेप के खिलाफ दिल्ली में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि हर मुद्दे पर कैंडल मार्च करने का फैशन चल पड़ा है। अभिजीत ने कहा कि लड़कियां दिन में सज-धज कर कैंडल मार्च निकालती हैं और रात में डिस्को जाती हैं।
हालाँकि उन्होंने अपने इस बयान के लिए माफ़ी भी मांग ली है ।मगर अभिजीत ऐसे बेतुके बयान देने वाले अकेले नहीं हैं। ऐसे नेताओं फेरहिस्त काफी लंबी है।
बलात्कार की घटनाएं न सिर्फ पीड़ितों के जीवन पर कहर बनकर टूटती हैं बल्कि परिवार और समाज पर भी धब्बा होती हैं। ऐसी घटनाएं आधी आबादी (महिलाओं) के मन में खौफ पैदा करती हैं। हमारा समाज और नेतृत्व महिलाओं को इस खौफ से निकालने के बजाए उन पर और अधिक पाबंदी लगाने की वकालत करता है। यह तथ्य हाल फिलहाल में दिए गए नेताओं के बयानों से स्पष्ट होता है।
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी नौ अक्टूबर को हरियाणा में बलात्कार पीड़ितों से मिलने गईं थी, तब उन्होंने भी हुड्डा सरकार का बचाव करते हुए कहा था कि बलात्कार की घटनाएं तो पूरे देश में हो रही हैं। लेकिन सोनिया गांधी ये नहीं बता पाईं थी कि पूरे देश में बलात्कार क्यों हो रहे हैं? इसका जबाव हरियाणा की ही खाप पंचायत के एक नेता ने दे दिया।हरियाणा का एक नेता जींद जिले की खाप के नेता जीतेंद्र छत्तर ने कहा कि फास्ट फूड खाने से युवक-युवतियों का हार्मोनल संतुलन बिगड़ रहा है जिस कारण रेप जैसी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने हरियाणा में हो रहे बलात्कारों का दोष चीन के चाऊमीन पर मढ़ दिया। 90 प्रतिशत मामले से सहमति से सेक्स का दुष्परिणाम हरियाणा के ही एक और कांग्रेसी नेता तो इससे भी आगे निकल गए। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य व प्रवक्ता धर्मवीर गोयत ने 11 अक्टूबर को हिसार में सनसनीखेज बयान देते हुए कहा, हरियाणा में सामने आए बलात्कार के ज्यादा मामले दरअसल सहमति से सेक्स के मामले हैं। उन्होंने कहा, मुझे यह बोलने में कोई संकोच नहीं है कि 90 फीसदी मामलों में युवतियां सहमति से जाती हैं। आगे आपराधिक प्रवृत्ति के लोग मिल जाते हैं जो उनके शिकार के लिए तैयार रहते हैं। युवती को पता नहीं होता कि आगे 5-7-10 लोग हैं। फिर वह कहती है कि हमारे साथ सामूहिक बलात्कार हुआ है।
अमेरिका नेता बलात्कार के कारणों पर भारतीय नेता और खाप नेताओं से अमेरिका सेनेट पद के एक प्रत्याशी ज्यादा पीछे नहीं हैं। अमेरिका के मिजौरी प्रांत से रिपब्लिकन पार्टी के सेनेट प्रत्याशी टॉड एकिन ने कहा उन्होंने कहा कि लेजिटमेट रेप यानी वैध बलात्कार होने पर महिलाओं का शरीर ही गर्भधारण को रोक सकता है। जब एकिन से पूछा गया कि क्या वे गर्भपात का विरोध तब भी करेंगे, जब गर्भ की वजह बलात्कार हो तो उन्होंने कहा, डॉक्टरों के अनुसार मैं ये समझता हूं कि ऐसा होना असामान्य है।
टीम अन्ना की प्रमुख सदस्य रही किरण बेदी ने तो एक बार मीडिया से बातचीत में बलात्कार को छोटी-मोटी घटना बता दिया था। बेदी ने कहा था मीडिया भ्रष्टाचार के मामले को सही से नहीं उठा रहा है। इसके बदले वह दुष्कर्म की छोटी घटना पर बहस कर रहा है। मीडिया भी पुलिस के निचले स्तर के अधिकारी द्वारा किए गए बलात्कार को बहस का मुद्दा बना रहा है।
ममता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मानती हैं कि बच्चों को ढील दिए जाने के कारण बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं। ममता बनर्जी ने हाल ही में कहा था कि पहले लड़के-लड़की अगर हाथ पकड़कर चलते थे तो उनके पैरंट्स उन्हें डांट देते थे, लेकिन अब तो सब खुल्लम-खुल्ला हो रहा है। इससे भी समाज पर बुरा असर पड़ रहा है। रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं। मीडिया पर भी तंज कसते हुए उन्होंने कहा था कि नेगेटिव खबरें दिखाने से समाज पर बुरा असर पड़ता है इसलिए मीडिया को बलात्कार की खबरें दिखाने से बचना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के नेताओं का हाल तो और भी निराला है। यूपी में विधानसभा चुनावों के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने तो बकायदा बलात्कार भत्ते की ही घोषणा कर दी थी। इस साल हुए विधानसभा चुनावों के दौरान सिद्धार्थनगर जिले में एक चुनावी रैली में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आई तो बलात्कार के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएंगे और रेप पीड़ितों को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
सीपीएम के सीनियर नेता और पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री अनीसुर रहमान ने मर्यादा की सारी हदें तोड़ दी हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पूछा है कि वह बताएं रेप के लिए कितना चार्ज लेंगी। लेफ्ट फ्रंट की ओर से विधानसभा में उपनेता रहमान ने उत्तरी दिनाजपुर जिले के इटाहार में पब्लिक रैली के दौरान यह बात कही। हालांकि, इस पर बवाल होने के बाद उन्होंने माफी मांग ली और कहा कि भूलवश उन्होंने ऐसी बात कह दी।सीपीएम नेता ने ममता बनर्जी की उस घोषणा के बाद यह टिप्पणी की, जिसमें मुख्यमंत्री ने एक महीना पहले रेप पीड़ित को 20 हजार रुपए बतौर मुआवजा देने की घोषणा की थी। रहमान पब्लिक अकाउंट्स कमिटी के चेयरमैन भी हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार का रवैया रेप पीड़ितों और किसानों के प्रति ठीक नहीं है। रहमान ने कहा, ‘ममता बनर्जी ने 24 परगना से रेप पीड़िता चंपाला सरदार को रायटर्स बिल्डिंग बुलवाया था। वह तो समाज से बहिष्कृत लड़की थी। ममता को कोई अच्छी लड़की लाना चाहिए था। मुझे लगता है उनसे अच्छी लड़की नहीं हो सकती है। मैं 20 हजार रुपए के साथ कुछ मेडल भी दे सकता हूं।’ रहमान ने ममता बनर्जी पर तल्ख और मर्यादाहीन टिप्पणी करते हुए कहा, ‘आप रेप के लिए कितना चार्ज लेंगी।’
इन सभी घटनाओं को देखा जाए तो पता चलता बलात्कार जैसी संजीदा घटना को हमारे नेतागण कितनी गंभीरता से लेते हैं।
आम आदमी चाहे बलात्कार जैसे गंभीर मुद्दे पर इंडिया गेट पर या चाहे जंतर मंतर पर जितना भी धरने प्रदर्शन कर लेकिन इन नेताओं की बदजुबानी कैसे रुकेगी ।

विवेक मनचन्दा,लखनऊ

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