Menu
blogid : 13858 postid : 117

बाली उम्र में सेक्स की चाहत ही बच्चों को भटका रही है।

मेरे विचार
मेरे विचार
  • 153 Posts
  • 226 Comments

पिछले दिनों दिल्‍ली में कथित गैंगरेप में एक नाबालिग की हैवानियत को लेकर कड़ी सजा दिए जाने कि मांग को लेकर लोग सडकों पर प्रदर्शन कर रहे हैं ।और नाबालिगों के लिए भी सख्त कानून बनाये जाने की मांग कर रहे हैं ।वहीँ आये दिन देश भर में नाबालिगों के नए नए किस्से सामने आ रहे हैं ।जो यह सोचने पर मजबूर कर रहें हैं की वाकई में नाबालिगों को लेकर कानून में बदलाव होना चाहिए।आश्चर्य की बात तो यह है कि ऐसे वाकये बड़े शहरों कि बजाये छोटे शहरों में पाए जा रहे हैं । हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है ।इस तरह कि घटनाओं को देखकर तो लगता है कि हमारा समाज कहाँ जा रहा है।
मुरादाबाद में पुलिस ने कक्षा सात में पढ़ने वाले छात्र-छात्रा को गिरफ्तार किया है। मझोला थाना क्षेत्र के कांशीराम नगर कालोनी के एक फ्लैट से इन दोनों को पुलि‍स ने आपत्‍ति‍जनक अवस्‍था में पकड़ा। पुलि‍स को कमरे में कांडोम बि‍खरे पड़े मिले। पूछताछ में छात्र-छात्रा ने स्‍वीकार कि‍या कि वे तकरीबन तीन घंटे तक कमरे में बंद रहे और इस दौरान उन्‍होंने दो बार शारीरि‍क संबंध बनाए।
मकान में रहने वाले किशोर- जो उनका दोस्‍त था, उसने दोनों को अंदर किया और बाहर से ताला लगा दिया। यह देख आसपास के लोगों को शक हुआ। थोड़ी ही देर में कालोनी में काफी लोग जुट गए। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना देकर दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली।
पुलिस ने दरवाजा खटखटाया, मगर अंदर बैठे छात्र छात्रा ने दरवाजा नहीं खोला। इस पर पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया। भीतर छात्र और छात्रा मिले, जो दुछत्‍ती पर चढ़कर बैठे थे। दोनों को नीचे उतारकर पुलि‍स थाने ले गई और पूछताछ की गई। एसओ के मुताबिक दोनों प्रिंस रोड के एक नामी पब्लिक स्कूल में कक्षा सात में पढ़ते हैं। दोपहर बाद क्लास बंक दोनों स्कूल ड्रेस में ही बाहर निकले थे। वे पहले एक रेस्टोरेंट में गए जहां उन्‍होंने नाश्‍ता पानी कि‍या, उसके बाद छात्र के साथ पढ़ने वाले किशोर के कांशीराम नगर स्थित मकान में पहुंच गए। यहां पर रहने वाले छात्र दोनों का सहपाठी है। उसका घर खाली था और उसके परिजन गांव गए थे।
जब दोस्‍त ने अपने दोस्‍त को अपना घर खाली होने की सूचना दी तो उसने अपनी छात्रा दोस्‍त के साथ प्रोग्राम बना लि‍या। कांशीराम नगर स्‍थि‍त उक्‍त फ्लैट में पहुंचने पर दोस्त ने दोनों को घर के अंदर कर बाहर से ताला लगा दि‍या और खुद फिल्म देखने चला गया। थाने में दोनों ने पुलिस को बताया कि इस मकान में दोनों ने दो बार सुरक्षित यौन संबंध बनाए। वे पहले भी यहां आ चुके हैं और शारीरिक रिश्ते कायम कर चुके हैं। पुलिस ने बताया कि छात्रा के पिता नहीं है उसकी मां एक स्कूल में टीचर है और भाई शुगर मिल में असिस्टेंट मैनेजर है। छात्र के पिता का बैट्री का कारोबार है तथा उसके भाई नोएडा में इंजीनियर हैं। जानकारी के मुताबि‍क जब दोनों स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर नहीं पहुंचे, तो उनके परिजनों ने तलाश शुरू कर दी थी।
वैसे दोनों के परिवार के लोग उनकी हरकतों से पहले से ही परेशान थे। एसओ ने बताया कि दोनों के परिजनों को थाने में बुलाया गया। इस मामले में पुलिस ने अश्लील हरकत करने की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
एक अन्य वाकये में फर्रुखाबाद निवासी एक किशोरी की अपने पड़ोस में रहने वाले किशोर से बचपन से दोस्ती थी। अलग-अलग जातियों के होने के बाद भी दोनों के परिवारों में नजदीकी थी, इसलिए उनके बीच यह रिश्ता कब प्रगाढ़ होता चला गया, किसी को पता ही नहीं चला। दोस्ती जब प्यार में बदली तो परिजनों को अहसास हुआ। उसके बाद पाबंदी लगना शुरू हुआ। नौवीं कक्षा के बाद ही दोनों का अलग-अलग स्कूलों में एडमिशन करा दिया गया।
अब प्रेमी 12वीं और प्रेमिका 11वीं की छात्रा है। चोरी-छुपे दोनों मिलते रहते थे। इसकी भनक लगने पर परिजनों ने कई बार दोनों की पिटाई भी की, लेकिन उन्होंने अपना फैसला नहीं बदला। मौका पाकर दो दिन पहले किशोरी अपने घर से करीब 42 तोले सोने के आभूषण और प्रेमी घर में रखे हजारों रुपए लेकर निकल लिए। बस में बैठकर दोनों आगरा पहुंच गए।
किसी को शक न हो, इसलिए प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भर दिया और बिजलीघर स्थित एक होटल में किराए पर कमरा ले लिया। दो दिन तक वे पति-पत्‍‌नी बनकर रहे। इसी बीच होटलकर्मियों को शक हुआ और पुलिस को बुला लिया। पुलिस दोनों को रकाबगंज थाने ले आयी। पुलिस ने देर रात परिजनों को बुला लिया। बमुश्किल वे दोनों परिजनों के साथ जाने को तैयार हुए।
बाली उमर में प्रेम हुआ और प्रेमी यु्गल ने दो बार बगावत कर डाली। दरअसल इस प्रेमी युगल में प्रेम के बीज बचपन में पनपे। लेकिन परिवार का पहरा और जाति की दीवार बाधक बन रही थी। दोनों ने अपना शहर फर्रुखाबाद छोड़ दि‍या और आ गए प्रेम के प्रतीक ताजमहल के पास। 15 साल की प्रेमि‍का और 17 साल के प्रेमी ने जब ताजनगरी में रहना शुरू कि‍या तो दोनों के पास लाखों रुपये के जेवरात भी मि‍ले थे ।
मुरादाबाद शहर की सबसे पॉश कालोनि‍यों में रात में क्‍या चलता है, इसका एक नजारा इसी वर्ष 14 जनवरी की रात देखने को मि‍ला। हाईप्रोफाइल कालोनी गौर ग्रेशियस में एक सरकारी डाक्टर के फ्लैट में 14 जनवरी 2013 की रात डॉक्‍टरी व इंजीनि‍यरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र छात्र नग्‍नावस्‍था में मृत पाए गए। कई दि‍नों तक चली जांच में पता चला है कि दोनों ने वोदका पी थी, उसके बाद दोनों ने सेक्‍स उत्‍तेजना बढ़ाने वाली दवाएं भी खाई थीं। इनमें युवती बीडीएस की छात्रा और फ्लैट स्वामी सरकारी डाक्टर की बेटी थी, जबकि दिल्ली निवासी युवक बाजपुर में बीटेक छात्र बताया जा रहा है।
मृतक छात्रा के पिता मुरादाबाद के ग्रामीण इलाके में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात हैं। वह 10 जनवरी को पत्नी और छोटे बेटे के साथ देहरादून स्थित अपने मूल निवास गए थे। यहां के फ्लैट में उनकी दोनों बेटियां ही थीं। बड़ी बेटी शहर के ही एक डेंटल कालेज से बीडीएस तो छोटी यहां के एक इंजीनियरिंग कालेज से बीटेक कर रही है। 14 जनवरी की शाम बीस वर्षीय बीडीएस की छात्रा अपने स्टडी रूम के बाथरूम में प्रेमी के साथ संदिग्ध हालत में मृत पाई गई। पुलिस के मुताबिक डाक्टर दंपती के बाहर जाने पर अक्सर युवक यहां अपनी प्रेमिका से मिलने आ जाता था।
14 जनवरी की शाम दोनों के बाथरूम में मृत होने की जानकारी डाक्टर की छोटी बेटी के जरिए हुई। बताते हैं कि किसी शक के आधार पर उसने आसपास के लोगों की मदद से बाथरूम का दरवाजा तोड़ा तो दोनों मृत मिले। सीओ अलका और एसओ सतीश कुमार मौका मुआयना और शवों को कब्जे में लेने के बाद बताया कि मरने वाला युवक सैनिक इन्क्लेव, सेक्टर-तीन, मोहन गार्डन, उत्तम नगर, नई दिल्ली निवासी निर्यातक का बेटा था। पुलिस का मानना है कि शराब पीने के बाद दोनों स्नान के लिए बाथरूम में घुसे होंगे जहां दोनों की मौत हुई।
मात्र 13-14 की बाली उम्र में सेक्स की चाहत ही बच्चों को भटका रही है। इसके पहले भी किशोर छात्र-छात्राएं पकड़े जा चुके हैं। पिछले दिनों मुरादाबाद के रामपुर मार्ग पर स्थित एक सिनेमा हाल में 15 वर्ष की छात्रा को इसी उम्र के छात्र के साथ पकड़ा गया था। दोनों सिनेमा हाल में अश्लील हरकत करते पाए गए थे।
इंटरनेट ने किशोर- किशोरियों को अश्लीलता और सेक्स की ओर जबरदस्‍त तरीके से आकर्षित कि‍या है। युवा पीढ़ी पर इसका कितना गहरा प्रभाव पड़ रहा है इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि इंटरनेट पर उपलब्ध चैटरूम को विजिट करने वाले 20 प्रतिशत युवकों को सेक्सुअल ऑफर दिए गए। हाल ही में आई एक रि‍सर्च में इंटरनेट पर पहली बार अश्लील सामग्री देखने वालों की औसतन उम्र 11 साल पाई गई है। पूरी दुनिया में पहुंच रखने वाले इस मीडिया पर अश्लील सामग्री के सब से बड़े ग्राहक 12 से 17 साल के बीच के बच्चे हैं। इंटरनेट पर सर्फ करने वाले 15-17 साल के 80 प्रतिशत किशोरों ने ट्रि‍नल एक्‍स कही जाने वाली पॉर्न सामग्री देखी है। पोर्नोग्राफिक साइटों पर बड़ी संख्या में ऐसे कार्टून कैरेक्टर उपलब्ध हैं जो आमतौर पर बच्चों में बेहद लोकप्रिय हैं। स्कूल का काम करते समय 8 से 16 साल के 90 प्रतिशत बच्चे आन लाइन अश्लील फिल्म देखते हैं। सात से 17 साल के 29 प्रतिशत बच्चों ने बड़ी आसानी से नेट पर किसी को भी अपना होम एड्रेस दे दिया। इसी उम्र के 14 प्रतिशत बच्चे अपना ई मेल एड्रेस किसी न किसी को दे चुके हैं।
इंटरनेट पर उपलब्ध कुल वेबसाइटों में से 12 प्रतिशत पर अश्लील सामग्री उपलब्ध है। इन वेबसाइटों पर 37 करोड़ 20 लाख पेजों में अश्लील कहे जाने वाले फोटो और अन्य सामग्री उपलब्ध है। इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का पता लगाने के लिए बनाए गए सर्च इंजन पर रोजाना औसतन 6 करोड़ 80 लाख बार अश्लीलता के बारे में जानकारी मांगी जाती है। यानी सर्च इंजन का हर चौथी बार इस्तेमाल अश्लील सामग्री या जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इंटरनेट पर भेजे जाने वाले ई मेल का 8 प्रतिशत ऐसा होता है जिनमें अश्लील कही जाने वाली सामग्री भेजी जाती है। यानी रोजाना ढाई अरब ऐसे ई मेल भेजे जाते हैं जिनमें अश्लील सामग्री होती है।
दुनिया भर में अश्लील वेबसाइट देखने वालों की संख्या करीब सवा सात करोड़ सालाना है।
हर महीने इंटरनेट से डेढ़ अरब से ज्‍यादा बार अश्लील सामग्री डाउन लोड की जाती है। यह इंटरनेट पर डाउन लोड की जाने वाली कुल सामग्री का 35 प्रतिशत है। दफ्तरों में काम करने वाले 20 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्होंने माना है कि उन्होंने इंटरनेट पर अश्लील साइटों को एक्सेस किया है। अश्लील साइट देखने वालों में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं हालांकि पुरुषों की तुलना में उनकी संख्या कम है। 72 प्रतिशत पुरुषों और 28 प्रतिशत महिलाओं ने माना है कि उन्होंने पोर्नो साइट्स को एक्सेस किया है। 10 प्रतिशत लोग ऐसे पाए गए हैं जिन्हें कि पोर्नोग्राफिक साइट्स एक्सेस करने का नशा सा हो गया है। उन्‍हें इसके बि‍ना कहीं चैन नहीं मि‍लता।
समाजशास्त्री भी मानते हैं कि मोबाइल पर अश्लील क्लीपिंग, फिल्मों में उत्तेजक दृश्य बच्चों पर बुरा असर डालते हैं। यही वजह है कि किशोरों में जल्द से जल्द शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा जागृत होती है। बच्चों के प्रति अभिभावकों को बेहद सतर्क रहना पड़ेगा तभी उनके करियर को संवारा जा सकेगा।
मनोविज्ञानीका भी यही कहना है कि भागदौड़ इस जिंदगी में अभिभावक बच्चों को कम समय दे पाते हैं, इससे उनके भटकने की आशंका ज्यादा होती है। बच्चों का पूरा ख्याल रखें और उन्हें गलत रास्ते पर जाने से रोकें।

विवेक मनचन्दा,लखनऊ

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply